Deoria Murder Case: जिसकी जमीन के लिए हुई छह की हत्या… वो ज्ञान यहां नौकरी करता मिला, फोन पर फूट-फूट कर रोया
Pratapgarh breaking news, डिजिटल डेस्क प्रतापगढ़ न्यूज़ – देवरिया के लेड़हा टोला सामूहिक हत्याकांड में मृत सत्यप्रकाश दुबे के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश दुबे को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। उनकी तलाश के लिए निकली पुलिस टीम को उनकी लोकेशन गुजरात में मिली है। जिसके बाद पुलिस ने उनसे मोबाइल फोन पर बातचीत भी की है।
फोन पर भाई और उनके परिवार की हत्या की जानकारी मिलने पर ज्ञान प्रकाश फूट-फूट कर रोए। अब पुलिस उन्हें गांव पर बुलाकर उनका बयान दर्ज कराने की तैयारी में है। इसके लिए ज्ञान ने हामी भी भरी है।
लेड़हा टोला निवासी सत्यप्रकाश दुबे के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश दुबे ने अपनी चल-अचल संपत्ति प्रेम यादव और रामजी के नाम कर दी है। इसमें दस बीघा जमीन का बैनामा ज्ञान प्रकाश उर्फ साधु ने किया है। घटना की जांच में यह बात सामने आई है कि ज्ञान और सत्यप्रकाश के बीच हिस्सेदारी का विवाद था।
ज्ञान प्रकाश दुबे प्रेम यादव के घर रहते थे, लेकिन बीते तीन माह से वह लापता थे। इसको लेकर भी कई तरह की चर्चाएं हो रहीं थीं। मामले की जांच पुलिस ने शुरू की तो ज्ञान प्रकाश का फोन नंबर शुक्रवार को पुलिस टीम को मिल गया। पुलिस ने फोन पर बातचीत की तो तो पता चला कि वह गुजरात में एक फैक्टरी में काम कर रहे हैं।
इस पर पुलिस ने पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। एक पुलिस अफसर ने जब बताया कि जब ज्ञान को भाई-भाभी, भतीजे, भतीजी और प्रेम की हत्या की जानकारी दी गई तो वह फोन पर ही फूट-फूट कर रोने लगा।
कुछ देर तक चुप रहने के बाद उसने फिर से बात करनी शुरू की तो पुलिस अफसर ने बताया कि बयान दर्ज करने के लिए उसे बुलाया जाएगा। इसके कारण वह हमेशा पुलिस के संपर्क में रहे। इस पर उसने अफसोस जाहिर करते हुए खुद ही घर आने की बात कही।
आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापे, स्कूली बच्चे परिवार के साथ घरों में कैद
फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला में सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में पुलिस ने बुधवार की रात कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे। पुलिस की कार्रवाई से आरोपियों के सगे-संबंधी भी सहमे हुए हैं। गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। गांव में हर आने-जाने वाले का रिकॉर्ड पुलिस तैयार कर रही है। वहीं, पुलिस की पहरेदारी से गांव में अन्य ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होने लगी है।
बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
बृहस्पतिवार को भी गांव के अधिकांश बच्चे स्कूल नहीं गए। गांव के हर मोड़ पर पुलिस के पहरे और आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर चलने की कार्रवाई की आशंका से ग्रामीण सहमे हैं। वह किसी बवाल की आशंका को देखते हुए पाल्यों को घरों से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं।
गांव में स्कूल बस भी नहीं पहुंच रही है।
घटना में एक पक्ष के 27 नामजद और 50 अज्ञात लोगों में से पुलिस अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सात नामजद सहित 50 अज्ञात की तलाश तेजी से की जा रही है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव के परिजनों से मिलने वालों पर पुलिस की निगाह बनी हुई है। महिलाएं गांव में आने-जाने वाले अधिकारियों की गाड़ी पर टकटकी लगाए देख रही हैं।
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